इस ममशन क तहत गािंि में बरसात के िर्ाध िल को छोटे-छोटे तालाबों, पोखर, क आिं, खेत में
मेड़ ,मेड़ में पेड़ बनाकर पानी रोकने का कायध ककया िाता है जिससे बाररश की एक-एक बूिंद को
अपने गािंि में, यानी धरती के पेट में डाल देते हैं जिससे गािंि के भूिल का स्तर बढ़े, खेतों में
नमी आए, खेत में मेड़ बनाकर ममट्टी के कटाि को रोकना एििं उन्नतशील खेती से ककसानों को
समद्ृ ध बनाना । िब ककसान समद्ृ ध होंगे तो गािंि में ख शहाली आएगी । ‘ककसान समद्ृ ध होगा-
तो गािंि ख शहाल होगा- देश ख शहाल होगा’ । इस ममशन के तहत गािंि के ककसानों द्िारा अपने
गािंि में िर्ाध के पानी को रोकने के मलए खेतों पर मेड़ बनिाने का कायध ककया है । बद िं ेलखिंड क्षेत्र
के बािंदा िनपद के अिंधाि गािंि के ककसानों ने 300 बीघे से अधधक की िमीन में स्ियिं ही
श्रमदान तथा खद की लागत से मेड़- बिंदी करिाई हैजिससे गािंि में पानी रुकने का कायध ह आ
है और गािंि में भूिल का ररचािध बढ़ा है ।