

दीवाल लेखन:-
जल संचयन हेतु दीवाल लेखन (Wall Writing for Water Conservation) एक अत्यंत प्रभावी जनजागरूकता माध्यम है जिसका उपयोग ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लोगों को जल संरक्षण के महत्व के प्रति जागरूक करने के लिए किया जाता है। यह एक दृश्य संप्रेषण (Visual Communication) का तरीका है जिसमें दीवारों पर आकर्षक चित्र, नारे और संदेश लिखे जाते हैं ताकि लोग उन्हें देखकर प्रेरित हों और जल संचयन में भाग ले सके।
दीवाल लेखन का उद्देश्य:
1. जनमानस को प्रेरित करना – जल संरक्षण का संदेश सीधे लोगों तक पहुँचाना है।
2. स्थायी जागरूकता – दीवाल लेखन लंबे समय तक दृश्य में रहता है और लोगों को बार-बार याद दिलाता है।
3. संदेश का प्रसार – गाँव के बने घरों की दीवालों, कुंआ,बिजली के पोल,स्कूल, पंचायत भवन, अस्पताल, बस स्टॉप,स्टेशन आदि सार्वजनिक स्थलों पर संदेश लिखकर अधिक लोगों तक पहुँचना है



