देश में पहली बार डॉ अनिल प्रकाश जोशी जी की अगुवाई में प्रकृति नमन दिवस “बसंत पंचमी” के अवसर में मनाया जा रहा है।भोला उपवन में पेड़ों की पूजा कर प्रकृति का आभार प्रकट किया गया।ग्राम पंचायत अध्यक्ष सविता देवी ने कहा कि अगले वर्ष बसंत पंचमी के दिन हम लोग ग्राम पंचायत भवन में प्रकृति नमन दिवस मनाएंगे। प्रगति नमन दिवस गांव में स्वच्छता का संदेश देकर कर सकते हैं।गांव हमारा स्वच्छ, हरा भरा रहेगा तो निश्चित रूप से हम प्रकृति को नमन कर रहे हैं। देव गुलाम यादव ने कहा की प्रगति नमन दिवस इस वर्ष पहली बार मनाया जा रहा है यह बहुत जरूरी है क्योंकि आज हम धरती मां को खोद खोद कर अन्य का उत्पादन कर रहे हैं पहले हम लोग बैलों के माध्यम से लकड़ी के हाल से खेत जोत थे उस धरती मां का सीना कम चीरता था लेकिन आज बड़े-बड़े मशीन लोहे के हल, प्लाऊ, ट्रैक्टर,आदि के माध्यम से जो अन्न उपजाऊ जमीन नही थी (बंजर, गोचर, जंगल) वहां भी लालची प्रवृत्ति के इंसान अन्न का उत्पादन करना शुरू कर दिया है, बल्कि उस जगह में झाड़,पेड़,घास उगती थी उस जमीन में जानवर अपना भोजन ग्रहण करते थे l कह सकते हैं कि गांव की गोचर एवं जंगल खत्म हो रहे हैं, ऐसे में प्रकृति नमन दिवस के माध्यम से जो हमारी पुरानी परंपरा है, बाग बगीचा, गोचर, तालाब, पोखर इन्हें पुनः स्थापित करना होगा।मंगल भूमि फाउंडेशन के सदस्य देवनाथ गर्ग ने कहा कि हम अपने घर में किचेन गार्डन बना कर प्रकृति नमन दिवस मना सकते है।मेरे घर में किचेन गार्डन है जो हमारे रसोई में चाहिए वह हमारे घर पर उपलब्ध है हरी सब्जियां,मिर्च मसाला,फल इससे हमे बाजार से सामान नही लाना पड़ता है। अपने घर की फ्रेश सब्जी, मसाला, फल उपयोग करते हैं। कार्यक्रम में प्रकृति संचयन हेतु शपथ भी लिया गया।कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शिवऔवतार दीक्षित, राजाभैया,कालका सविता,इंदल यादव,आनंद तिवारी, अवधेश विश्वकर्मा, रमाशंकर दीक्षित,जगमोहन यादव, गोरेलाल गर्ग,इकबाल खां,बलराम आदि थे